सहज योग ईश्वर प्राप्ति का एक अद्भूत माध्यम ll गुरू गोविन्द दोऊ खड़े, काके लागूं पांय। sahajayoga

सहज योग ईश्वर प्राप्ति का एक अद्भूत माध्यम ll sahajayoga #Dhairyashil Official #shrimataji #सहजयोग गुरू गोविन्द दोऊ खड़े, काके लागूं पांय। बलिहारी गुरू अपने गोविन्द दियो बताय।। गोविंद से मिलाने वाला गुरु ही गुरु है। और ऐसे गुरु की तलाश हर साधक करता है। भारत में गुरू शिष्य परंपरा शुरू से चली आ रही है. पातांजलि से या उससे पहले से ही यह परंपरा चली आ रही है. पहले पहले आध्यात्मिक गुरू यानि वो गुरू जो जंगल में कुटिया बनाकर रहते थे, उनके पास जाने और शिष्य बनने के लिए उनकी आज्ञा लेनी पडती थी. तब के गुरू शिष्यों की कठिन परीक्षा लेते थे. परीक्षा में उत्तीर्ण होना आसान नहीं होता था. गुरू की जिसे शिष्य बनाने की इच्छा होती उसी को शिष्य बनाते. बाकी को वो वापस लौटा दिया करते थे और वे शिष्य नये गुरू के तलाश में निकल जाते. जब हमारी श्री माताजी साकार रूप में थी तब भी और आज भी जब वो निराकार रूप में है तब भी ऑंखें बंद कर उन्हें याद करने और आत्मसाक्षात्कार प्राप्त होने हेतु प्रार्थना करने मात्र से ही योग घटित होने लगता है. हमारी दोनों हथेलियों से व सिर के सबसे उपरी भाग जिसे तालु भाग कहते हैं, से ठंडी ठंडी या गर्म चैतन्य लहरियॉं प्रवाहित होने लगती है. चैतन्य यानि ईश्वर का चैतन्य. ऐसा महसूस होता है जैसे हवा हमें छूकर जा रही है ll #Dhairyashil Official #shrimataji #सहजयोग #divine #sahajayoga #सहजयोग #jaishrimataji #trending #श्रीमाताजी #sahajayogauniverse #सहजयोगभजन #sahajayogahindi #sahajayogaindia #subscribe #sahajayogaspeech #सहजयोगप्रवचन #निर्मलवाणी #sahajayoga #श्रीमाताजी #sahajayogaindia #सहजयोग #sahajayogahindi
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