S88 SHRI DEVI STUTI : MAIN BAAR BAAR MAATA- NEW SAHAJA YOGA BHAJAN

SONG SUNG IN PRAISE OF SHRI DEVI AS ADISHAKTI MOTHER ON THE OCCASION OF CHRISTMAS PUJAI DEC, 2023 TO SEEK HER BLESSINGS OF .....MOTHER TO ALWAYS FORGIVE US FOR OUR MISDEEDS & ACTIONS & BLESS US ALWAYS WITH THE QUALITY OF FORGIVING OTHERS AS WELL & ALSO ,IN MAINTAINING US OUR WITNESS STATE ( PRESENT TIME) , NIRVICHARITA & GIVE US OUR SPIRITUAL ASCENT DESTROYING OUR EGO & SUPER EGO. DEDICATED AT THE LOTUS FEET OF OUR DIVINE MOTHER - SHRI MATAJI NIRMALA DEVI AS AN HUMBLE OFFERING FOR CHRISTMAS PUJA , DEC. 2023 AND PRAY MOTHER TO PLEASE BLESS US ALL , ALWAYS, & GIVE US ALL , OUR ASCENT IN MEDITATION. LYRICS BY / POETESS :- UNKNOWN SONG FROM NIRMALANJALI SONGS BOOK ( OLD EDITION) PAGE . MOTHERS PRAYER / PRAISE IN SONG BY VIBHA SRIVASTAVA, RAE BAREILLY COMPOSER, MUSIC ,SINGER – G S VASU, Dwarka,NEW DELHI . Email - gsvasusy@ : Note : please share this song to other sahaja yogis brothers & sisters at places so that they can also enjoy the song & sing in praise of our divine shri mataji ########## For new contact for your self realization or for more info about sahaja yoga website Or link below ####################### Song Lyrics Devi stuti / bhajan : Nirmalanjali song book page 122 Sthai -- मैं बार बार माता, तेरे (निर्मल) गीत ही गाता हूं , तेरे चरणों पर आकर मां, अपना शीश नवाता हूं ।। Prayer / praise of mother 1 -- निर्मल चरणों में बसे ,मेरा चित ,मेरा ध्यान , इन्हीं में समाऊं खुद को , दूजा न जानूं स्थान । Music 1 Antra 1 --- जबसे तेरे दर पे मैं आया हूं मेरी माता , दुख दूर हुए ऐसे जैसे न हो कोई नाता ।।% Prayer / praise of mother 2 -- निर्मल नाम का गाता , रहूं सदा गुनगान , तूही हमारी मैया, हम बालक तेरे नादान ।। Music 2 Antra 2 --- काम क्रोध और लोभ आए न‌ , मेरे आगे , जबसे हुई कृपा तेरी , सब दूर ही दूर भागे ।।& Prayer / praise of mother 1 -- निर्मल चरणों में बसे मेरा चित मेरा ध्यान , इन्हीं में समाऊं खुद को दूजा न जानूं स्थान । Music 1 Antra 3 --- ऐ माता मेरी निर्मल, तूi मन में बसी रहना , तू छोड़ के घर मेरा ,कहीं दूर मत जाना ।।% Prayer / praise of mother 2-- निर्मल नाम का गाता रहूं सदा गुनगान , तूही हमारी मैया हम बालक तेरे नादान ।। Music 2 Antra 4 -- तू दिल में बसी सबके , हर पल साथ ही रहना , जो ध्यान तेरा लावे, उसे तत्क्षण दर्शन देना ।।& Prayer / praise of mother 1 -- निर्मल चरणों में बसे मेरा चित मेरा ध्यान , इन्हीं में समाऊं खुद को दूजा न जानूं स्थान । Music 1 Antra 5 -- है अर्ज़ यही माता, तू इसको कबूल करना , मुझे निर्विचार करके ,सदा सहस्त्रार रहना ।।% End sthai मैं बार बार माता तेरे गीत ही गाता हूं , तेरे चरणों पर आकर मां अपना शीश नवाता हूं ।। निर्मल गीत ही गाता हूं अपना शीश नवाता हूं End praise निर्मल मां x4 निर्मल मां ,भोली मां ,प्यारी मां ,जय जय मां
Back to Top